सेंटरलेस ग्राइंडर
“सेंटरलेस ग्राइंडर” का उपयोग मुख्य रूप से गोलाकार वर्कपीसों (जैसे गोल स्टील बारों या पाइपों) के लिए किया जाता है, जिनको घूर्णी करते हुए एक, पर आमतौर पर अनेक, पीसने वाली इकाइयों (ग्राइंडिंग स्टेशनों) से लेकर जाया जाता है. अग्रिम पिसाई, मध्यवर्ती पिसाई और अंत में परिष्करण की प्रक्रिया सेंटरलेस ग्राइंडरों द्वारा मुख्यतः गीली होती है.
इस्तेमाल किये जाने वाले अपघर्षक उपकरण ढेरीबेल्टें (दीर्घायु) होती है.
कार्य के कई चरणों में मिलने वाले आलम्बन के कारण, वर्कपीसों को किसी प्रमुख वंकन और बल तनाव से नहीं गुज़रना पड़ता है. इससे पतली दीवारों वाली पाइपों और छोटे वर्कपीसों के साथ-साथ लगभग अंतहीन लम्बाई वाले वर्कपीसों की भी आसानी से पिसाई हो पाती है. दीर्घायु अपघर्षक बेल्टों के साथ संयोजन में इस्तेमाल किये जाने पर इन ग्राइंडरों से उपयोगकर्ता बहुत ही बड़ी मात्रा में (जिसे रैखिक मीटर में नापा जाता है) संसाधित करने वाली सामग्री की पिसाई कर सकता है, इस निश्चितता के साथ की परिष्कृत सतह की गुणवत्ता का स्तर स्थायी रहेगा.